उल्हासनगर की कांग्रेस नेता जया साधवानी ने अपनी बहू पलक साधवानी और समधिन वन्दना डोडवानी पर जितने ज़ुल्म किये हैं उस पर 250-300 शब्दों की सिर्फ एक न्यूज़ नहीं लिखी जा सकती है। किताब लिखी जा सकती है। जया के ज़ुल्मों, आतंक और अभिमान की फेहरिस्त में एक कड़ी यह है कि जया पलक को अपने जैसी बनाना चाहती थी।  

ससुराल से निष्कासित पलक साधवानी ने सास जया साधवानी, ससुर मोहन साधवानी और पतिदेव विशाल साधवानी के खिलाफ मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक, राष्ट्रीय महिला आयोग, महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग, टिटवाला पुलिस स्टेशन, केंद्रीय कांग्रेस समिति, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति और मुंबई विभागीय कांग्रेस समिति से शिकायत की है। शिकायत की प्रति जन स्वाभिमान के पास मौजूद है। 

शिकायत के अनुसार जया साधवानी राजनैतिक रसूख को बनाये रखने के लिए पलक को आईएएस, आईपीएस, मिनिस्टर्स और लीडर्स के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए प्रताड़ित करती थी। पर पलक ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। 

पलक बताती है कि जब जया प्रताड़ना और धौंस से अपने मकसद में सफल नहीं हो पाती तो प्यार और पुचकार से वही काम करवाना चाहती थी। जया पलक को बताती थी कि पहले वह एक स्कूल में मामूली क्लर्क थी। इस वक़्त उल्हासनगर की वह डॉन है। सबसे खतरनाक महिला है। आज करोड़पति है। ये करोड़ों की संपत्ति मेहनत, मजदूरी, इमानदारी से नहीं बनी है। इसके लिए बहुत समझौते करने पड़े हैं। अपनी आत्मा की हत्या की है। तुम मेरी राजनैतिक वारिसदार हो। तुमको दूसरी जया साधवानी बनना है। कल मैं विधायक बनूंगी। फिर मंत्री बनूंगी। उसमें तुम्हारा सबसे ज़्यादा योगदान होना चाहिए। तुम्हारा पति विशाल तो एकदम बेकार है। नशेड़ी है। क्रिकेट सट्टेबाजी में मेरे रुपये उड़ाता है। तुम्हारा ससुर मोहन तो उससे भी गया-गुजरा है। नौकर जैसा घर में पड़ा रहता है। ऐसे में तुम ही मेरा एकमात्र सहारा हो। इस पुरुष समाज को शरीर सुख देना पड़ता है। जया बताती थी कि कैसे एक कंस्ट्रक्शन कंपनी का मालिक उल्हासनगर महानगर पालिका के कमिश्नर को एक नगरसेविका सप्लाई करके अपना सब काम करवा लेता है। कुछ बड़े लोगों के नाम लेकर बताती थी कि इन सबने ऐसा ही किया है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। कुछ पाने के लिए बहुत कुछ खोना पड़ता है। तुम खूबसूरत हो। तुम्हारी खूबसूरती से ही तो मैंने सिर्फ 51 रुपये दहेज़ लेकर शादी की थी। 

पलक जब जया की चिकनी-चुपड़ी बातों में नहीं फंसी तो जया ने उस पर ज़ुल्म और बढ़ा दिए। वंदना डोडवानी पर टॉर्चर बढ़ा दिए। इसके पूर्व जया पलक को तीन बार घर से निकाल चुकी है। एक बार तो पिछली नवरात्रि में रात के 12.30 बजे वो भी नाइट गाउन में। 

पलक कहती है, “मुझे दूसरी जया साधवानी नहीं बनना। जया साधवानी का एक चेहरा बहुत ही कुरूप, भयानक और बदबूदार है। जया औरत के नाम पर कलंक है। भगवान करे किसी भी लड़की को जया जैसी सास न मिले। जया ने मेरी विधवा मां का जितना अपमान किया है, जितना सताया है, ईश्वर उसका फल अवश्य देगा।”    

नोट : पत्रकारिता सिद्धांत के अनुसार खबर में जया साधवानी का पक्ष छापना जरूरी था लेकिन जया साधवानी संवाददाता पर कोई भी आरोप लगाकर उसे बदनाम कर सकती थी। इस भय से उसका पक्ष नहीं लिया गया।

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