अजीत भाटिया ( Ajit Bhatia )

अकेला

अजीत शंकर भाटिया (Ajit Shankar Bhatia) बोले तो इस समय उल्हासनगर का सबसे बदनाम इंसान। फर्जी डॉक्युमेंट्स बनाने में उस्ताद। अवैध निर्माण करने में माहिर और फर्जी एफआईआर करने में भी होशियार। अभी-अभी उसने पत्रकार किशोर पिंजानी (Journalist Kishor Pinjani) के खिलाफ फर्जी एफआईआर (Bogus FIR) करके उसने खुद की और उल्हासनगर-1 पुलिस की किरकिरी करवा दी। सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र कदम (Senior Inspector of Police Rajendra Kadam) की बलि ले ली। अब 84 साल की ईश्वरीबाई सेवलानी (84-years-old Ishwaribai Sewlani) ने शिकायत की है कि अजीत भाटिया ने उनकी ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया है।

1 सितम्बर 2022 को उल्हासनगर-1 पुलिस तथा महापालिका को लिखित शिकायत कर ईश्वरीबाई ने अजीत भाटिया पर कार्रवाई की मांग की है। शिकायत के अनुसार अजीत भाटिया ने ईश्वरीबाई के भूभाग (यू-नंबर-64, प्लॉट नंबर-72, निकट लवीना पैलेस, उल्हासनगर-2) पर कब्जा कर लिया है। इसके लिए उसने फर्जी डॉक्युमेंट्स बना लिए हैं। ईश्वरीबाई ने इस बाबत बॉम्बे हाईकोर्ट में रिट पिटीशन (Bombay High Court Writ Petition No-6581/2013) भी फाइल की है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने ‘स्टेसस को’ का ऑर्डर पास किया हुआ है। परन्तु अजीत भाटिया और महापालिका को कोर्ट के आदेश की परवाह ही नहीं है। वह बिंदास अवैध कब्जा और अवैध निर्माण किये जा रहा है।

ईश्वरीबाई सेवलानी

ईश्वरीबाई के अलावा लवीना पैलेस सोसायटी के तकरीबन 35 सदस्यों ने पुलिस और महापालिका को शिकायत की है कि अजीत भाटिया ने उनकी सोसायटी के पैसेज (रास्ते) पर कब्जा कर लिया है। अजीत भाटिया ने पहले उस जगह पर बिल्डिंग मटेरियल्स रखे फिर उसे प्लान में दिखा दिया कि वह उसकी जमीन है। अब उस रास्ते पर दीवार उठाकर कब्ज़ा कर लिया है। रास्ता ब्लॉक कर दिया है। जब सोसायटी के सदस्यों ने इस बाबत अजीत भाटिया से बात की तो उसने धमकी दी कि वह सब पर झूठा केस कर देगा। कोर्ट के चक्कर लगवायेगा। फर्जी एफआईआर करके सबको अंदर करवा देगा। चूँकि सोसायटी सदस्यों को मालूम है कि अजीत भाटिया फर्जी एफआईआर करने में माहिर है। फर्जी डॉक्युमेंट्स बनाने में सबका गुरू है। वे डर गए। सामने-सामने बात करने से कतराते लगे।

अजीत भाटिया कोहिनूर कंस्ट्रक्शन (Kohinoor Construction) के बैनर तले सीटीएस नंबर-10125 से 10128, 10137 व 30343, बैरक नंबर-748, रूम नंबर-5 से 8, व रूम नंबर-7 व 8 से लगकर, सीट नंबर-46 व 64, बाबा बेफ़िक्री चौक के पास, उल्हासनगर-2 में बिल्डिंग का निर्माण कर रहा है। समस्त डॉक्युमेंट्स देखने के बाद (शिकायतकर्ताओं को छोड़िये) एबीआई यह दावा कर रहा है कि बिल्डिंग पूरी तरह अवैध बन रही है। बिल्डिंग के खिलाफ दो एफआईआर, दो रिट पिटीशन, एसीबी की इन्क्वायरी और दर्जनों शिकायतें हैं। इस बाबत एबीआई (ABI) ने 21 मई 2022 को एक न्यूज़ भी प्रकाशित की थी। परन्तु पुलिस और महापालिका को इन सब से क्या मतलब ?

इसी अवैध निर्माण के सम्बन्ध में अजीत भाटिया ने पत्रकार किशोर पिंजानी और चिराग रामरख्याणी (Chirag Ramrakhyani) के खिलाफ कहानी बनाकर फर्जी एफआईआर कर दी। लेकिन महान संत तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में एक जगह लिखा है, ‘सब दिन जात न एक समाना।’ ये फर्जी एफआईआर पुलिस और अजीत भाटिया को उल्टी पड़ गई। सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र कदम ये गाते-गाते उल्हासनगर से रुखसत हो गए कि, ‘बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले।’ टाउन प्लानर प्रकाश मुले (Town Planner Prakash Mule) तो जेल जाएगा और अजीत भाटिया का देखते हैं क्या होता है, भविष्य में।

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