नितिन नंदवानी

अकेला 

अजीत भाटिया (Ajit Bhatia) की चीटिंग, फोर्जरी और धोखाधड़ी की इस कड़ी में पढ़िए कि उसने कैसे दलाल को आर्किटेक्ट, नौकर को इंजीनियर और कॉलेज स्टूडेंट को स्ट्रक्चरल इंजीनियर बनाकर पेश कर दिया। और हाँ, उल्हासनगर महापालिका के ऐसे डिपार्टमेंट के समक्ष जिसमें ऐसा कोई डिपार्टमेंट है ही नहीं।

अजीत भाटिया (Ajit Bhatia) और शंकर सेवलानी (Shankar Sevlani) पार्टनरशिप में लवीना बिल्डिंग के सामने, बाबा बेफिक्री चौक के पास, उल्हासनगर-2 में कोहिनूर रेसीडेंसी (Kohinoor Residency) नाम से बिल्डिंग बना रहे हैं। इसी कोहिनूर रेसीडेंसी का स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट (Stability Certificate) एम. नंदवानी (M. Nandwani) (स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट्स) नामक कंपनी ने 23 जून 2021 को उल्हासनगर महापालिका (Ulhasnagar Municipal Corporation) में सब्मिट किया। अब मजेदार बात पढ़िए/ देखिये।

अजीत भाटिया : अब राग मल्हार गा रहा

1-स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट में दुर्गा राय प्रसाद (Durga Rai Prasad) को आर्किटेक्ट/लाइसेंस्ड सर्वेयर (Architect/Licenced Surveyor) बताया गया है। हकीकत में दुर्गा प्रसाद राय नाम का कोई भी आर्किटेक्ट उल्हासनगर में है ही नहीं। दुर्गा प्रसाद राय महापालिका, पुलिस और तहसीलदार कार्यालय की दलाली करता है। उल्हासनगर में ऐसे प्रोफाइल वाले व्यक्ति को समाज सेवक कहते हैं। 

2-स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट में कमल आसवानी (Kamal Aswani) को प्रोजेक्ट इंजीनियर (Project Engineer) बताया गया है। जबकि पूरे शहर को मालूम है कि कमल आसवानी अजीत भाटिया की कोहिनूर कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी करता है। (Kamal Aswani is an employee at Kohinoor Construction Company owned by Ajit Bhatia).

3– अब दलाल और नौकर से बड़ी बात। जिस एम. नंदवानी (स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट्स) नामक कंपनी ने स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट सब्मिट किया है उसका प्रोपराइटर (मालिक) कोई नितिन नंदवानी (Nitin Nandwani) है। नितिन नंदवानी ने सर्टिफिकेट में लिखा है कि उसने टाइम टू टाइम साइट की विजिट की। उसने देखा कि तब फॉउंडेशन (प्लिंथ) तक का काम हो गया था। उसके हिसाब से स्ट्रक्चर स्ट्रकचरली फिट है और सेवंथ फ्लोर तक का लोड ले सकती है। यहां तक कि स्ट्रक्चर भूकंपरोधी है। यानि भूकंप को ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई है। अब जानकारों का कहना है कि बिल्डिंग का फॉउंडेशन (प्लिंथ) वर्ष 2010 में पड़ गया था और तब नितिन नंदवानी की उम्र 18 वर्ष थी। तब वह एमजीएम कॉलेज का विद्यार्थी था।

2015(left)- 2022(right)


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– एक और बड़ी बात। 23 जून 2021 के सर्टिफिकेट में नितिन नंदवानी कोहिनूर रेसीडेंसी के फॉउंडेशन (प्लिंथ) का काम अपनी देखरेख में बनना बता रहे हैं उसी के लिए स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स एन्ड वैलुअर्स कविता कटारिया (Kavita Kataria) ने 6 जुलाई 2021 को स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट में लिखा है कि वह ग्राउंड + टू फ्लोर तक बन गई है। बाद में कविता कटारिया की जगह अजीत भाटिया ने किसी दुर्गेश श्रीवास्तव (Durgesh Shrivastav) को हायर किया था। दुर्गेश श्रीवास्तव ने 24 दिन बाद 30 जुलाई 2021 को बिल्डिंग को ग्राउंड + थ्री फ़्लोर तक बन जाना बताया है। नितिन नंदवानी बता रहे हैं कि उनकी देखरेख में बिल्डिंग का काम फॉउंडेशन (प्लिंथ) तक हो गया था। अब दुर्गेश श्रीवास्तव 8 अगस्त 2021 को बता रहे हैं कि बिल्डिंग का काम फॉउंडेशन (प्लिंथ) तक हो गया है।

5– अंत में सबसे बड़ी बात। नितिन नंदवानी ने स्टैबिलिटी सर्टिफिकेट उल्हासनगर महापालिका के बिल्डिंग परमीशन डिपार्टमेंट (Building Permission Department) के सिटी इंजीनियर (City Engineer) को सब्मिट किया है। अव्वल तो महापालिका में बिल्डिंग परमीशन डिपार्टमेंट होता ही नहीं। और जब बिल्डिंग परमीशन डिपार्टमेंट नहीं होता तो ये सिटी इंजीनियर कहाँ से आ गया। इसीलिए कहते हैं- इट हैपेन्स ओनली इन उल्हासनगर। (IT HAPPENS ONLY IN ULHASNAGAR).

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