अकेला
सोना और विदेशी करेंसी की तस्करी के लिए बदनाम उल्हासनगर का दीपक सुहानी गैंग अब लूट और डकैती भी करने लगा है | सुहानी गैंग के एक सदस्य को उल्हासनगर-१ पुलिस ने रॉबरी करते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है | उसके दो साथी फरार बताये जा रहे हैं |
गिरफ्तार आरोपी की पहचान हरेश गोस्वामी के रूप में हुई है | कुछ दिन पहले गोस्वामी ने राजेश शंकरलाल रामानी के वाशी स्थित वाइन शॉप में सेल्समेन की नौकरी की थी | गोस्वामी रामानी की दिनचर्या पर नज़र रखे था | १५ मार्च २०१८ की रात को शॉप बंद कर जब रामानी अपने हीरा मैरेज हाल, उल्हासनगर-३ के घर के पास पहुंचे तो रात के १२ |४० बज चुके थे | रामानी के साथ उनका दूसरा कर्मचारी हितेश आहुजा भी था | हितेश ने १,५५,११० रुपये की थैली रामानी को दी और जाने लगा | तभी गोस्वामी रामानी से रुपये की थैली खींचकर भागने लगा | उसने चेहरे को रुमाल से ढँक रखा था | रामानी ने शोर मचाया तभी गोस्वामी के एक साथी ने उनकी आँखों में मिर्ची का पावडर दाल दिया। बावजूद इसके आस पास के लोगों ने गोस्वामी को पकड़ लिया। उसकी जबरदस्त धुनाई करने के बाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उसके पास से लूट की रकम भी बरामद कर ली | गोस्वामी तथा उसके साथियों के खिलाफ पुलिस ने भादसं की धारा ३९४, ३४ आर्म्स एक्ट ४, २५, महाराष्ट्र पुलिस एक्ट की धारा ३७ (१), १३५ के तहत मामला (सीआर नंबर I-५३/२०१८) दर्ज किया है | उपनिरीक्षक वी डी पवार मामले की जांच कर रहे हैं |
३४ वर्षीय गोस्वामी बैरक नंबर -७८०, रूम नंबर ३८, सेक्शन १८, उल्हासनगर-३ में रहता है | वह दीपक सुहानी गैंग का सक्रिय सदस्य है | एबीआई (अकेला ब्यूरो ऑफ़ इंवेस्टीगेशन) ने अपनी खबरों में बार-बार इसका ज़िक्र किया है | जुलाई २०१४ में चेन्नई एयरपोर्ट पर ६९० ग्राम सोने की तस्करी करते कस्टम अधिकारियों ने गोस्वामी को गिरफ्तार किया था | यह उसका पहला असाइनमेंट था | पहली बार ही पकडे जाने पर दीपक सुहानी को गुस्सा आ गया | फिर उसे नए लड़कों को गैंग में शामिल करने और दीपक सुहानी से पंगा लेने वालों को फ़र्ज़ी केस में फ़साने का काम सुहानी ने दे दिया। संदीप दावानी की शिकायत पर १७ दिसंबर २०१५ को गोस्वामी के खिलाफ उल्हासनगर- १ पुलिस थाने में भादंसं की धारा ३२५, ३४१, ४२७ ५०४ व ३४ के तहत भी मामला (सीआर नं-६४९/ २०१५) दर्ज है |
दीपक सुहानी पर चैप्टर लगा
उल्हासनगर के व्यापारी अनिल सतनाथी को बार-बार धमकी देने तथा सतनाथी की शिकायत पर उल्हासनगर -१ पुलिस ने ६ जनवरी २०१८ को दीपक सुहानी पर चैप्टर केस (नंबर ९/२०१८) लगा दिया है | पुलिस ने चैप्टर रिपोर्ट (सीआरपीसी- १०७) में दीपक सुहानी को भांडखोर शब्द से सम्बोधित किया है |
जब दीपक सुहानी शहर से बाहर होता है तो उसकी बीवी विनीता सुहानी उसके गैंग को संभालती है |