अप्पा उर्फ़ जगन्नाथ शिंदे और सुप्रिया पाटिल

अकेला

जगन्नाथ शिंदे उर्फ़ जग्गू उर्फ़ अप्पा शिंदे का वैद्यकीय जगत में पहली बार आतंक का असर कम हुआ है। 12 सितम्बर 2022 को महाराष्ट्र राज्य औषधि व्यवसाय परिषद् (Maharashtra State Pharmacy Council) की 130वीं फुल कॉउंसिल मीटिंग में वह अपनी कथित टेम्परेरी बहू को परमानेंट करने का प्रस्ताव पास नहीं करवा पाया। उससे बड़ी बात केमिस्ट टाइगर (Chemist Tiger) के नाम से मशहूर हुए विनय श्रॉफ (Vinay Shroff) ने भी जगन्नाथ की कोशिश का लिखित विरोध किया था।

9 सितम्बर 2022 को एबीआई ने “9 सितम्बर को ‘बाप्पा’ का विसर्जन, 12 सितम्बर को ‘अप्पा’ करेगा राज्य सरकार के कानून का विसर्जन, टेम्परेरी ‘बहू’ को जबरदस्ती करवाएगा परमानेंट!’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर के अनुसार महाराष्ट्र राज्य औषधि व्यवसाय परिषद् (MSPC) की क्लर्क सुप्रिया पाटिल (Clerk Supriya Patil) अपनी नियुक्ति के समय (वर्ष 2003) से ही कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रही हैं। जगन्नाथ शिंदे जो परिषद् का एक्सक्यूटिव कमेटी मेंबर है, वर्षों से प्रयासरत है कि सुप्रिया पाटिल को परमानेंट कर दिया जाय। हालाँकि सुप्रिया पाटिल की नियुक्ति ही अवैध तरीके से हुई थी। इस पद के लिए सरकारी समय सीमा 33 वर्ष चाहिए लेकिन सुप्रिया की उम्र 35 वर्ष थी। अब उनकी उम्र 54 वर्ष है। जगन्नाथ सुप्रिया पाटिल को चचेरे छोटे भाई की बीवी बताता है। सुप्रिया पाटिल भी जगन्नाथ की इस कथित रिश्तेदारी का फायदा उठाती है। अपनी मर्जी से ड्यूटी करती है। ऑफिस जाती है तो पहले सबके टेबल के सामने बैठकर’हालचाल पूछती है। लंच करती है। आराम करती है। वक्त पर पर्स उठाकर घर चली जाती है। हो गई ड्यूटी। परिषद् का कोई भी पदाधिकारी अथवा सदस्य नहीं चाहता कि सुप्रिया पाटिल परमानेंट हों। राज्य सरकार के लॉ एन्ड ज्यूडिशियरी विभाग ने भी उसके प्रस्ताव को असंभव करार देकर निरस्त कर दिया है। बावजूद इसके जगन्नाथ ने परिषद् की जबरदस्ती मीटिंग बुलाई और उसमें बहुमत से प्रस्ताव पास कराने की साजिश की थी। जगन्नाथ की इस साजिश पर मुंबई के समाजसेवक राजरतन सोनावणे (Rajratan Sonawane) और नांदेड़ की राजेश्री कागदकर (Rajeshree Kagadkar) ने शिकायत कर दी। एबीआई (ABI) ने भी इस बाबत खबर प्रकाशित कर दी। खबर का तीव्र असर हुआ। सबसे अहम् कि विनय श्रॉफ ने भी जगन्नाथ की इस कोशिश का विरोध करते हुए शिकायतें कर दीं। विनय श्रॉफ परिषद् के वाइस प्रेसीडेंट और एग्जक्यूटिव कमेटी मेंबर हैं। जगन्नाथ का वैद्यकीय जगत में इतना टेरर है कि कोई भी उसके खिलाफ आवाज नहीं उठाता। विनय श्रॉफ के शिकायत करने पर लोगों ने उन्हें ‘केमिस्ट टाइगर’ कहना शुरू कर दिया है।

12 सितम्बर 2022 को जगन्नाथ मीटिंग में तो आया लेकिन उस मुद्दे (एजेंडा क्रमांक- 4-ए) पर बात ही नहीं की। सिर्फ इतना कहा कि मैं एक गरीब महिला का भला करना चाह रहा था। जिन लोगों ने इसका विरोध किया है उन्हें पाप लगेगा। वो एबीआई वाला क्या विसर्जन-विसर्जन करता है। एफडीए आयुक्त परिमल सिंह (IAS Parimal Singh) इमानदार और कड़क अधिकारी माने जाते हैं परन्तु जगन्नाथ की राजनीतिक पहुँच के समक्ष वे भी असहाय महसूस कर रहे थे। परिषद् की रजिस्ट्रार सायली मसाल (Registrar Sayali Masal) ने भी राहत की सांस ली है।

जगन्नाथ (Jagannath Shinde alias Jaggu alias Appa) कल्याण (पूर्व) के कोलसेवाड़ी में रहता है। वह ऑल इंडिया ऑर्गनाईजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (AIOCD) और महाराष्ट्र स्टेट केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन (MSCDA) का अध्यक्ष है। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का कल्याण जिला अध्यक्ष है और कई दफा विधान परिषद् सदस्य (एमएलसी) रह चुका है। जगन्नाथ कल्याण में अमेय अस्पताल और लक्ष्मी मेडिकल स्टोर चलाता है। महत्वपूर्ण कि उसका फार्मेसी का सर्टिफिकेट ही फर्जी है। उसके खिलाफ हर्ष फायरिंग की रिट पिटीशन भी कल्याण कोर्ट में पेंडिंग है।

 

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