अकेला
अकेला ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन (ABI) ने लिखा था कि उल्हासनगर महानगरपालिका की शिक्षण विभाग की उप लेखाधिकारी नीलम कदम-बोडारे-शेजवल (Neelam Kadam-Bodare-Shejwal) का मुख अब जेल की तरफ हो गया है। कारण था कि नीलम बोडारे ने जिस शिक्षण विभाग में घोटाले पर घोटाले किये उस विभाग का ऑडिट होने वाला था। महत्वपूर्ण, नगरसेवक राजेंद्रसिंह भुल्लर ‘महाराज’ ने पत्र लिखकर महापालिका प्रशासन को आगाह किया था कि शिक्षण विभाग की फाइलें चोरी हो सकती हैं। सच में वही हुआ। शिक्षण विभाग से फाइलें चोरी हो गईं। और अब सच में नीलम बोडारे जेल जाएगी।
उल्हासनगर महापालिका के शिक्षण विभाग के प्रशासनिक अधिकारी हेमंत शेजवल (Hemant Shejwal) ने 7 दिसम्बर 2022 को उल्हासनगर-1 पुलिस स्टेशन में भादंसं की धारा 454, 457, 380 और 511 के तहत एफआईआर (संख्या-559/2022) दर्ज कराई है कि शिक्षण मंडल/शिक्षण विभाग से फाइलें चोरी हो गईं हैं। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

उल्हासनगर में बालासाहब की शिवसेना पार्टी के वरिष्ठ नगरसेवक राजेन्द्रसिंह भुल्लर ‘महाराज’ (Councillor Rajendrasingh Bhullar ‘Maharaj’) ने 30 अक्टूबर 2022 को महापालिका आयुक्त को पत्र लिखकर आगाह किया था कि उप लेखाधिकारी नीलम बोडारे के विभाग की फाइलें चोरी हो सकती हैं। खो सकती हैं। अभिलेख में फेरबदल की जा सकती है या नष्ट की जा सकती है। पत्र में यह भी लिखा था कि यदि फाइलें चोरी होती हैं तो इसका ज़िम्मेदार महापालिका प्रशासन होगा। नीलम बोडारे ने शिक्षण विभाग में रहते जो घोटाले किये हैं। उस विभाग का ऑडिट होनेवाला था। ऑडिट होता तो फाइलें सच उगल देतीं कि नीलम बोडारे ने कैसे और कितना घोटाला किया है।
उल्हासनगर महापालिका आयुक्त अज़ीज़ शेख ने (Ulhasnagar Municipal Commissioner Aziz Shaikh) महापालिका के शिक्षण विभाग/शिक्षण मंडल को ऑडिट कराने के लिए स्थानिक निधि लेखा परीक्षक (Directorate of Local Fund Accounts Audit) को पत्र लिखा है। एबीआई ने 6 दिसम्बर 2022 को ‘एबीआई इम्पैक्ट : उमपा आयुक्त ने शिक्षण विभाग को ऑडिट कराने के लिए लिखा पत्र, उप लेखाधिकारी नीलम बोडारे के भ्रष्टाचार का होगा खुलासा, अब जेल की तरफ मुख’ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर दी। खबर छपते ही फाइलें चोरी हो गईं। बताते हैं चोर ने बड़े इत्मीनान से चोरी की। 14 अलमारियों से चुन-चुन कर फाइलें चुराई। इसके पहले उसने बिजली का कनेक्शन काट दिया। अँधेरा कर दिया। सीसीटीवी बंद कर दी। लेकिन लिफ्ट चालू थी।
अब कोई मूर्ख भी यह नहीं कहेगा कि फाइलें नीलम बोडारे ने चुराई या चुरवाई हैं। परन्तु परिस्थितियां नीलम बोडारे एन्ड फैमिली के ही विपरीत हैं। हेमंत शेजवल, सिपाही विमल कुकरेजा, गुलाब मराठे और 25 स्टाफ के इंटरोगेशन में सच्चाई सामने आएगी। उमपा सूत्र बताते हैं कि प्रशासनिक अधिकारी हेमंत शेजवल और अतिरिक्त आयुक्त जमीर लेंगरेकर (Additional Commissioner Jamir Lengrekar) की जानकारी में फाइलें चोरी हुई हैं।
भुल्लर महाराज ने मामले की जांच अपराध शाखा से कराने का निर्णय लिया है। वे जल्द मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) से मिलकर अपराध शाखा (Crime Branch) को मामला ट्रांसफर करने की सिफारिश करनेवाले हैं।