विधायक गणपत गायकवाड़

अकेला

ठाणे जिले के कल्याण (पूर्व) से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गणपत गायकवाड़ ने उल्हासनगर की हिललाइन पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक की केबिन में शिवसेना नेता और नगरसेवक महेश गायकवाड़ को छः गोलियां मार दीं। इस घटना से सब हतप्रभ हैं। सब एक ही सवाल कर रहे हैं कि गणपत गायकवाड़ को इतनी हिम्मत कहां से आ गई पुलिस स्टेशन के अंदर गोली मारने की। …तो गणपत गायकवाड़ की हिम्मत की एक घटना मुझे भी याद आ गई। एक बार इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा ने ठाणे से कल्याण जाकर गणपत गायकवाड़ से माफी माँगी थी।

प्रदीप शर्मा तब ठाणे एंटी एक्सटॉरशन सेल में इंस्पेक्टर थे। सबको मालूम है प्रदीप शर्मा ओवर एक्टिंग के बादशाह थे। अपने आसपास ऐसा हव्वा बनाकर रखते थे, ऐसा शो करते थे कि बस अकेले उसी बन्दे ने मुंबई शहर को बचाकर रखा है। अपनी ऑफिस के बाहर भीड़ जुटाने का उनको बहुत शौक था। यह शो करते थे कि देखिए उनकी ऑफिस के बाहर कौन कौन खड़ा रहता है। कुछ दिन पहले गैंगस्टर रवि पुजारी ने गणपत गायकवाड़ को हफ्ते के लिए फोन किया था। तब प्रदीप शर्मा ने गणपत गायकवाड़ को अपनी ऑफिस बुलवाया। गणपत गायकवाड़ एंटी एक्सटॉरशन सेल, ठाणे गए। फितरत के तहत प्रदीप शर्मा ने गणपत गायकवाड़ को भी इंतज़ार करवा दिया। मीटिंग का जो समय दिया था उससे काफी वक्त गुजर गया। तब गणपत गायकवाड़ की सटक गयी। अपनी तोतली भाषा में गणपत गायकवाड़ ने प्रदीप शर्मा को खूब-खरी खोटी सुना दी। बिना मिले गणपत गायकवाड़ कल्याण वापस चले गए। मुद्दा था कि प्रदीप शर्मा ने एक जन प्रतिनिधि (विधायक) को भी ऑफिस में बुलाकर इंतज़ार करवा दिया। वो भी गणपत गायकवाड़ को। गणपत गायकवाड़ ने धमकी दी थी कि वे प्रदीप शर्मा के खिलाफ शिकायत करेंगे और संभव हुआ तो विधानसभा में भी मुद्दा उठाएंगे। बताते हैं इससे प्रदीप शर्मा की हवा निकल गई। वे भागे भागे ठाणे से कल्याण गए। गणपत गायकवाड़ से उनकी ऑफिस में मिले। अपनी हरकत के लिए सॉरी बॉस बोला। गणपत गायकवाड़ ने उन्हें माफ़ भी कर दिया था।

25 करोड़ रुपए के एक भूखंड विवाद में 2 फरवरी 2024 को गणपत गायकवाड़ और महेश गायकवाड़ उल्हासनगर की हिललाइन पुलिस स्टेशन गए थे। वहां वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल जगताप की केबिन में रात 9.30 बजे के करीब गणपत गायकवाड़ ने महेश गायकवाड़ को गोलियां मार दीं। गणपत गायकवाड़ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस घटना ने महाराष्ट्र राज्य में सबको सन्न कर दिया है। भविष्य में इसका राजनैतिक इंपैक्ट अवश्य होगा। राज्य में भाजपा और शिवसेना की युति की सरकार है। गणपत गायकवाड़ भाजपा के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस कैंप के हैं तो महेश गायकवाड़ शिवसेना के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कैंप के। एक नगरसेवक होते हुए भी महेश गायकवाड़ ने एकनाथ शिंदे और उनके सांसद सुपुत्र श्रीकांत शिंदे का जरूरत से ज्यादा वरदहस्त पा लिया था।

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