अकेला

मुंबई पुलिस के सबसे बदनाम आईपीएस देवेन भारती के खिलाफ एक और सेवानिवृत्त अधिकारी ने ताल ठोंक दिया है। देवेन भारती पर एक घूसखोर महिला को संरक्षण देने और उसके बदले महिला के पति से 2 करोड़ रुपए लेने का आरोप है।

महिला का नाम रेशमा खैराती खान है। उसके पति का नाम हाजी हैदर खान है। हैदर खान भाजपा नेता हैं और मौलाना आजाद माइनॉरिटी आर्थिक विकास महामंडल के चैयरमैन हैं। भाजपा सरकार में उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिला हुआ था। रेशमा हैदर की दूसरी पत्नी हैं। मालवणी में रहती हैं।

वर्ष 2017 में रेशमा खान ने पासपोर्ट के लिए आवेदन दिया। मुंबई पुलिस की विशेष शाखा की आई ब्रांच ने रेशमा खान के पैतृक गांव (बदुरिया, 24 परगना, वेस्ट बंगाल) जाकर वेरिफिकेशन किया तो पता फर्जी निकला। यह साबित हो गया कि रेशमा खान घूसखोर बांग्लादेशी महिला हैं।

12 सितंबर 2017 को आई ब्रांच के अधिकारी रेशमा खान के खिलाफ एफआईआर कराने मालवणी पुलिस स्टेशन गए। पूरे दिन बैठे रहने के बाद मालवणी पुलिस ने एफआईआर नहीं ली। दीपक फटांगरे तब मालवणी के सीनियर इंस्पेक्टर थे। तब के आई ब्रांच के सीनियर इंस्पेक्टर दीपक कुरुलकर ने दीपक फटांगरे से बात की तो उन्होंने बताया कि ऊपर से दबाव है। देवेन भारती तब संयुक्त पुलिस आयुक्त ( कानून व व्यवस्था ) थे।

सूत्रों ने दीपक कुरुलकर को बताया था कि ऊपर का मतलब देवेन भारती है। और इसके बदले देवेन भारती ने 2 करोड़ रुपए लिए थे।

आश्चर्य की बात है कि घूसखोर बांग्लादेशी साबित हो जाने के बावजूद रेशमा खान का पासपोर्ट बन गया।

पुलिस महानिदेशक (होमगार्ड) संजय पाण्डेय देवेन भारती का अंडरवर्ल्ड से संबंध मामले की जांच कर रहे हैं। इस बाबत दीपक कुरुलकर का भी स्टेटमेंट उन्होंने रिकॉर्ड किया है। अब दीपक कुरुलकर देवेन भारती के खिलाफ पिटीशन करेंगे। मामले में दीपक फटांगरे पर भी गिरफ्तारी की गाज गिर सकती है।

पिछले हफ्ते आरटीआई के जवाब में मालवणी पुलिस ने दीपक कुरुलकर को बताया कि रेशमा खान से संबंधित समस्त दस्तावेज़ उन्होंने डिस्ट्रॉय कर दिया है।

इस न्यूज़ से संबंधित समस्त डॉक्यूमेंट्स एबीआई के पास मौजूद हैं।

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