एसीपी मुगुटलाल पाटिल

अकेला

बात निकली है तो दूर तलक जायेगी। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो [एसीबी] की चपेट में आये पिम्परी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय के सहायक आयुक्त [एसीपी] मुगुटलाल पाटिल की अब सारी करतूतें सामने आएँगी। इसके पहले मुगुटलाल पाटिल भायंदर पुलिस स्टेशन का सीनियर इंस्पेक्टर था। वह रोज़ 8 लाख रुपये का जुआ खेलता था। जुआरी के अलावा वह बहुत बड़ा स्त्री लम्पट भी था। एफआईआर दर्ज़ करने के बदले उसने एकबार एक बुज़र्ग से छोकरी की डिमांड की और वह भी समाजसेविका भावना तिवाड़ी जैसी।

एसीबी की पुणे इकाई ने 17 फरवरी 2024 को मुगुटलाल पाटिल के पर्सनल ड्राइवर ओंकार जाधव को एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। ओंकार जाधव मुगुटलाल पाटिल के लिए एक व्यक्ति को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार न करने के बदले पांच लाख रुपये मांग रहा था। मुगुटलाल पाटिल को एसीबी ने अभी आरोपी नहीं बनाया है। चूँकि वह एसीपी है, उस पर कानूनी कार्रवाई का अधिकार गृह विभाग को है। फ़िलहाल उसे देहूरोड डिवीजन से स्थानांतरित कर अभियान विभाग का एसीपी बना दिया गया है।

भायंदर [पश्चिम] पुलिस स्टेशन से पदोन्नति पाकर मुगुटलाल पाटिल पिम्परी-चिंचवड़ पुलिस मुख्यालय में एसीपी [प्रशासन] बना। सामान्यतः एसीपी प्रशासन को ऊपरी कमाई नहीं होती है। होती भी है तो उम्मीद से बहुत कम। परन्तु मुगुटलाल पाटिल ने यहां भी अपना कलेक्टर अप्वाइंट कर लिया। साथ ही उसको हिदायत दी कि पहले का एसीपी अगर 1000 रुपये कमाता था तो उसे 10,000 रुपये चाहिए। कलेक्टर बेचारा परेशान हो गया था। जब मुख्यालय में उतनी कमाई नहीं हुई तो मुगुटलाल पाटिल ने सेटिंग कर अपना तबादला देहूरोड डिवीजन में करवा लिया। यहां वही हुआ जो होना चाहिए था। मुगुटलाल पाटिल एसीबी की चपेट में आ गया।

पिम्परी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय से पहले मुगुटलाल पाटिल मीरा-भायंदर-वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत भायंदर [पश्चिम] पुलिस स्टेशन का सीनियर इंस्पेक्टर था। पैसे के लिए किसी भी स्तर तक गिर जाता था। साथ ही चरित्रहीन भी बहुत था। भायंदर के लोग बताते हैं कि टी-शर्ट और जीन्स पैंट पहनकर यह रोज़ डांस बार में जाता था। लड़कियों और महिलाओं को इम्प्रेस करने के लिए यह वीडियो कॉल करता था अथवा उन्हें फोटो भेजता था। यह दिखाता था कि उसे सब चलता है। यह भी बताते हैं कि भायंदर में मैक्सेस मॉल के सामने एक टॉवर के फ्लैट में यह रोज़ जुआ खेलने जाता था। यहां यह रोज़ 8 लाख रुपये का जुआ खेलता था। यह फ्लैट एक नगरसेवक का है। यहां बड़े पैमाने पर तीन पत्ती रमी और अन्य तरह के जुए खेले जाते हैं। नगरसेवक का नाम इसलिए यहां प्रकाशित नहीं कर रहे क्योंकि यही नगरसेवक मुगुटलाल पाटिल को लडकियां भी सप्लाई करता था।

मुगुटलाल पाटिल की चरित्रहीनता की बहुत सी कहानियां हैं। फिलहान एक पढ़िए। भायंदर के एक 70 वर्षीय बुज़ुर्ग सोहनलाल जैन संपत्ति विवाद में एफआईआर करने के लिए मुगुटलाल पाटिल से मिले। वे यहां की समाजसेविका भावना तिवाड़ी को साथ ले गए थे। मुगुटलाल पाटिल ने उन्हें दोबारा आने को कहा। सोहनलाल जैन दोबारा मुगुटलाल पाटिल से मिले तो मुगुटलाल पाटिल ने उनसे 30,000 रुपये का कवर तो लिया ही साथ ही ऑफर किया कि उसे छोकरी भी चाहिए। वो भी भावना तिवाड़ी जैसी। सोहनलाल जैन ने यह बात भावना तिवाड़ी को बताई। भावना तिवाड़ी ने इसकी शिकायत भी की थी लेकिन ऊपर वालों ने कोई एक्शन नहीं लिया। यह छः महीने पहले की घटना है। अभी यहां मधुकर पांडेय पुलिस आयुक्त हैं। इसके पहले सदानंद दाते पुलिस आयुक्त थे। उन्होंने मुगुटलाल पाटिल पर बुकियों को फेवर करने के एक मामले में एक्शन भी लिया था।

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