राजेन्द्रसिंह भुल्लर (महाराज)

अकेला 

शिवसेना के उल्हासनगर शहर प्रमुख और वरिष्ठ नगरसेवक राजेन्द्रसिंह भुल्लर ‘महाराज’ (City Chief Shiv Sena and Senior Most Corporator Rajendrasingh Bhullar ‘Maharaj’) की शिकायत और एबीआई (ABI) के न्यूज़ प्रकाशित करने के बाद उल्हासनगर महानगरपालिका प्रशासन ने कालानी सोसायटी द्वारा किये गए महापालिका बगीचे पर कब्ज़े की इंक्वायरी शुरू कर दी है। महापालिका आयुक्त अज़ीज़ शेख (Ulhasnagar Municipal Corporation Commissioner Aziz Shaikh) इस मामले की खुद जांच कर रहे हैं।

नगर रचना विभाग के सहायक संचालक एल. एम. खोब्रागडे (Assistant Director, Town Planning Department L.M. Khobragade) ने 4 अगस्त 2023 को कालानी सोसायटी के सचिव महेश चंदनानी (Secretary Mahesh Chandnani) को नोटिस जारी की है। नोटिस में महेश चंदनानी को 8 अगस्त 2023 की दोपहर 12 बजे आयुक्त अज़ीज़ शेख के समक्ष हाजिर होने को कहा गया है। उसे कालानी सोसायटी के पुनर्विकास से सम्बंधित समस्त दस्तावेज़ लेकर आने के लिए कहा गया है। नोटिस में भुल्लर महाराज (Bhullar Maharaj) की शिकायत का ज़िक्र किया गया है। नोटिस की प्रति एबीआई (ABI) के पास है। 

एबीआई (abinet.org) ने 27 जुलाई 2023 और 31 जुलाई 2023 को कालानी सोसायटी के महापालिका बगीचे पर कब्ज़े को लेकर दो खबरें प्रकाशित की थीं। खबर के अनुसार कालानी को-ऑपरेटिव हॉउसिंग सोसायटी लिमिटेड (Kalani Co-operative Housing Society Limited) सीटीएस नंबर-23697, 31089, प्लॉट नंबर-1, सेक्शन- 2 ए, सीट नंबर-39, उल्हासनगर-4, जिला ठाणे में स्थित है। आश्चर्य की बात है कि महेश चंदनानी ने 28 अक्टूबर 2022 को महापालिका में आवेदन दिया कि उसकी बिल्डिंग (कालानी सोसायटी) के पास महापालिका का एक गार्डेन है। इस पर कब्ज़ा कर लें क्या ? तब के नगर रचनाकार प्रकाश मुले (Then Town Planner Prakash Mule) ने मात्र चार दिन बाद 31 अक्टूबर 2022 को लिखित में महेश चंदनानी को आदेश दे दिया कि आप महापालिका के बगीचे पर कब्ज़ा कर सकते हैं। उससे भी बड़ी आश्चर्य की बात। प्रकाश मुले ने यह भी दावा किया कि उसने तब के आयुक्त डॉ. राजा दयानिधि (Then Commissioner Dr. Raja Dayanidhi) से इज़ाज़त लेकर महापालिका बगीचे पर कब्ज़ा करने का आदेश दिया था। 

बात सिर्फ इतनी नहीं है कि कालानी सोसायटी ने महापालिका बगीचे पर कब्ज़ा किया है। यह भी है कि सोसायटी का प्लान ठाणे महापालिका का जीआर प्रयोग करके पास किया गया है। सोसायटी पहले मात्र तीन मंजिली थी। अब यहां 18 मंजिली बनाने की इज़ाज़त किस आधार पर दी गई। आर्किटेक्ट भूषण रूपानी (Architect Bhushan Rupani) और विकासक प्राइम कंसल्टेंट्स (Developer Prime Consultants) की भी भूमिका की जांच करनी होगी। इन पर भी कार्रवाई करनी होगी।

भुल्लर महाराज कहते हैं कि साधु, संत, महात्मा किसी एक समुदाय के नहीं होते। सबके होते हैं। साईं वसण शाह (Sain Vasan Shah) सिर्फ सिंधी समुदाय के संत नहीं थे। हम सबके थे। कालानी सोसायटी ने साईं वसण शाह के नामकरण वाले बगीचे पर कब्ज़ा किया है। हमारे सिंधी समाज के नेताओं, तथाकथित समाजसेवकों और पत्रकारों की आत्मा मर गयी है। अब मैं उन्हें जगाने का काम करूंगा। सबको एकत्र कर साईं वसण शाह गार्डेन को मुक्त कराऊंगा।   

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