अकेला
अन्न एवं औषधि प्रशासन (एफडीए), महाराष्ट्र विभाग में भ्रष्ट/भ्रष्टाचार की कहानी जब भी कही/सुनी जाएगी तो प्रवीण मुन्दड़ा का नाम सबसे पहले लिया जाएगा। प्रवीण मुन्दड़ा जैसा भ्रष्ट अधिकारी एफडीए में न आया और न आएगा। मेडिकल स्टोर्स का नया लाइसेंस लेते समय इंस्पेक्शन के वक़्त डीआई (ड्रग्स इंस्पेक्टर) की जेब में 30,000 रुपये दाल दो। लाइसेंस आसानी से मिल जाता था। लेकिन प्रवीण मुन्दड़ा ने अब ये रकम 60,000 रुपये, 1,00,000 और 2,00,000 रुपये कर दी है। कारण जानकर आप हैरान हो जायेंगे। प्रवीण मुन्दड़ा ने भिवंडी के पास एक गांव गोद लिया है। गांव का विकास करने के लिए अब उन्होंने रिश्वत की रकम दोगुनी, तिगुनी और कई गुनी कर दी है।
एफडीए, परिमंडल-3 (ठाणे) में सहायक आयुक्त प्रवीण मुन्दड़ा अब तक दो बार निलंबित हो चुके हैं। एक बार एसीबी में गिरफ्तार हो चुके हैं। फिर भी फितरत से बाज़ नहीं आ रहे हैं। एबीआई के पास बहुत सारे मामले आये जिसमें प्रवीण मुन्दड़ा ने रिश्वत की रकम दोगुनी, तिगुनी और कई गुनी कर दी है। मालूम पड़ा कि मुन्दड़ा ने भिवंडी के पास एक गांव गोद (एडॉप्ट) लिया है। रिश्वत की रकम से वे उस गांव का विकास करेंगे। वर्तमान में गांव में कुंआ (बावड़ी) बनवाने में साढ़े पांच लाख का खर्च आ रहा है तो प्रवीण मुन्दड़ा उसके लिए लोगों से दो-दो लाख वसूल रहे हैं। दूसरा, सेवानिवृत्ति के बाद प्रवीण मुन्दड़ा जनता के लिए मुफ्त में डायलिसिस सेंटर खोलना चाहते हैं। इसके लिए रिश्वत का रेट वे जल्द ही ओपन करेंगे।
प्रवीण मुन्दड़ा का एक और कारनामा देखिये। उनके पास ठाणे और कोंकण जोन का चार्ज है। फिर भी उन्होंने पालघर ज़ोन के वसई (पूर्व) स्थित मे. रज्जाडी केमिस्ट का लाइसेंस रद्द कर दिया। समाज सेवक डॉ. वेद तिवारी ने आरटीआई में इसकी जानकारी प्राप्त की और 25 जून 2021 को प्रवीण मुन्दड़ा के खिलाफ शिकायत कर दी। शिकायत की प्रति एबीआई के पास है।
डॉ. वेद तिवारी की शिकायत पर प्रवीण मुन्दड़ा ने उल्हासनगर में फर्जी डॉक्टर विनोद राय को पकड़ा। विनोद राय डॉक्टर है ही नहीं। वह पांच साल पहले मर चुके अपने भाई के लाइसेंस पर प्रैक्टिस कर रहा था। इतने गंभीर मामले में भी प्रवीण मुन्दड़ा ने मोटी रकम ली और राय पर कोई कार्रवाई किये बिना छोड़ दिया।
डॉ. वेद तिवारी कहते हैं कि प्रवीण मुन्दड़ा को रिटायरमेंट के पहले वे एक बार और निलंबित करवाएंगे। विनोद राय के मामले में तो उन्हें गिरफ्तार करवाएंगे।
प्रवीण मुन्दड़ा की रिश्वतखोरी से डीआई भी पक गए हैं। वे भगवान से दुआ करते हैं इस भ्रष्टाचारी से कितनी जल्दी पिंड छूट जाये। ये सस्पेंड हो जाए या गिरफ्तार हो जाए। जल्दी।