अकेला
एक इन्फॉर्मर ने ईमेल के जरिये सीबीआई (CBI) को इन्फॉर्म किया है कि आर्यन खान (Aryan Khan son of actor Shahrukh Khan) को बचाने और समीर वानखेड़े (IRS Sameer Wankhede) को फंसाने की योजना नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) के लखनऊ कार्यालय में बनी थी। ईमेल की प्रति एबीआई (abinet.org) के पास है।
एक इन्फॉर्मर ने सीबीआई के निदेशक को ईमेल कर बताया कि आर्यन खान को बचाने के लिए दिसम्बर 2021 के अंतिम सप्ताह में एनसीबी के लखनऊ कार्यालय में एनसीबी अधिकारियों की मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में एनसीबी के मुंबई कार्यालय के अधिकारी आशीष रंजन (Ashish Ranjan) और विश्व विजय सिंह (Vishwa Vijay Singh) को भी बुलाया गया था। लेकिन ये दोनों अधिकारी मीटिंग में गए नहीं। एसआईटी के अधिकारी पंकज दुबे (SIT officer Pankaj Dubey) भी इस मीटिंग में शामिल हुए थे। पंकज दुबे इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी हैं। वे आईटीबीपी (ITBP) से एनसीबी में डेप्युटेशन पर आये हुए हैं। मीटिंग का नेतृत्व प्रशांत श्रीवास्तव (Prashant Shrivastava) ने किया था। प्रशांत श्रीवास्तव एनसीबी के लखनऊ जोनल अधिकारी हैं। ईमेल में बताया है कि प्रशांत श्रीवास्तव उतना ही करते हैं जितना ज्ञानेश्वर सिंह कहते हैं। इस मीटिंग के बाद एनसीबी सुपरिन्टेन्डेन्ट हरीश कुमार (Harish Kumar) लखनऊ से मुंबई भेजे गए थे। ज्ञानेश्वर सिंह मूलतः उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले हैं। बहराइच जिला ड्रग्स डीलिंग का सबसे बड़ा हब है। उनका एक रिश्तेदार मुंबई के मालवणी में रहता है। उसने भी इस केस में अहम् भूमिका निभाई थी।
आर्यन खान हिंदी फिल्मों के अभिनेता शाहरुख़ खान का बेटा है। समीर वानखेड़े तब मुंबई में एनसीबी के जोनल अधिकारी थे। ड्रग्स पार्टी में शामिल होने जा रहे आर्यन खान और उसके मित्रों को समीर वानखेड़े ने गिरफ्तार किया था। आर्यन खान की गिरफ्तारी से देश कुछ वर्गों में भूचाल आ गया था। आर्यन खान को बचाने एनसीपी नेता सुप्रिया सुले (NCP leader Supriya Sule) , पूर्व मंत्री असलम शेख (Former Minister Aslam Shaikh) ने समीर वानखेड़े को सीधे फोन किया था। सूत्र बताते हैं कि मुंबई का कोई ऐसा नेता नहीं बचा था जिसने शाहरुख़ खान के कहने पर समीर वानखेड़े को फोन न किया हो।
बताते हैं कि आर्यन खान को बचाने के लिए ज्ञानेश्वर सिंह ने चार्जशीट की मूल प्रति ही बदल दी थी। इसके सबूत समीर वानखेड़े ने बॉम्बे हाईकोर्ट को दिए हैं। चार्जशीट बदलने के बाद ही आर्यन खान को क्लीन चिट दी थी। उलटे समीर वानखेड़े पर आरोप लगा दिया था कि उन्होंने शाहरुख़ खान से 25 करोड़ रुपये की मांग की थी और 18 करोड़ रुपये पर मान गए थे। अब इस मामले के प्रमुख गवाह सैम डिसूज़ा ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया है कि आर्यन खान को बचाने के लिए ज्ञानेश्वर सिंह ने शाहरुख खान से रिश्वत ली थी। रिश्वत की कुछ रकम हवाला के जरिये दिल्ली में भेजी गई थी।
Bakwaas new likhta hai with nafrat ka flavour milaakar…. chal jhaantu
A(aandu) B (bakwaas) I (investigation
Puri film taiyar ki gai Sameer w******* ke khilaf…supbbb Sir👍