अकेला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी 30 जुलाई 2021 यानि कल शुक्रवार को उल्हासनगर आ रहे हैं। वे यहां मटका संचालकों, जुआरियों, बुकियों, हफ्ताखोरों, अवैध निर्माणकर्ताओं और व्यापारियों की समस्याएं सुनेंगे और उसे सुलझाएंगे।
कुछ दिनों से उल्हासनगर में बैनर, पोस्टर लगे हैं। सोशल मीडिया और लोकल मीडिया में भी खूब प्रचारित किया जा रहा हैं कि प्रह्लाद मोदी उल्हासनगर आएंगे। वे व्यापारियों की समस्याएं सुनेंगे और उसे प्रधानमंत्री तक पहुंचाएंगे और सुलझायेंगे। बैनर पर ध्यान देने से मालूम पड़ रहा है कि मोदी को उल्हासनगर ट्रेड एसोसिएशन (यूटीए) और फोरम ऑफ़ मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एफओएमए) के बैनर तले बुलाया जा रहा है। यूटीए के प्रेसीडेंट सुमित चक्रवर्ती और एफओएमए के पीतू राजवानी हैं।
सुमित चक्रवर्ती को उल्हासनगर का उद्योगपति कहा जाता है। लेकिन वे कौन से ‘उद्योग’ के ‘पति’ हैं, पूछने पर कोई नहीं बता सकता। हकीकत में उनका ऑनलाइन लॉटरी, ऑनलाइन जुआ और मटका का धंधा है। यह धंधा उनका ‘युवा उद्योगपति’ पुत्र आकाश चक्रवर्ती और संदीप गायकवाड़ संभालते हैं। सुमित चक्रवर्ती का शहर की कुछ अवैध इमारतों में भी इन्वेस्टमेंट है।
बैनर में एक फोटो बेबी टेकचंदानी का है। बेबी टेकचंदानी पेशे से बुकी है। एक फोटो अंबु बठीजा का है। अंबु बठीजा की पहचान शंकर बठीजा के रिश्तेदार के तौर पर है और शंकर बठीजा को पुणे पुलिस ने हाल ही में क्रिकेट सट्टेबाजी करते गिरफ्तार किया था। एक फोटो मनोज लासी का है। मनोज लासी कभी पप्पू कालानी के पर्सनल सेक्रेटरी की नौकरी करता था। पप्पू कालानी के हफ्ते की रकम में ‘घोटाला’ करने की वजह से उसे कालानी महल से भगा दिया गया था। उसके खिलाफ हफ्ता उगाही और मोलेस्टेशन के मामले दर्ज हैं।
प्रह्लाद मोदी का स्वागत पंकज त्रिलोकानी भी करेगा। पंकज त्रिलोकानी गैंगस्टर रवि पुजारी से सम्बन्ध रखने के मामले में फरार चल रहा है। एक फोटो प्रीतम कुकरेजा का है। प्रीतम कुकरेजा का अंग्रेजी शराब बिक्री का धंधा है। कुकरेजा व्यापारी कम ‘पुलिस सेटलबाज़’ के तौर पर ज़्यादा जाना जाता है।
बैनर पर 24 ऐसे लोगों के फोटोज़ लगे हैं जो प्रह्लाद मोदी का स्वागत करेंगे। और सबके सब माशाल्लाह हैं।
प्रह्लाद मोदी ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के वाइस प्रेसीडेंट हैं। यह बात कहीं पर भी नज़र नहीं आती। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है। इसका मतलब सरकारी तंत्र खासकर पुलिस विभाग को सन्देश देना है कि हमारी ‘पहुँच’ अब वाया प्रह्लाद मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक है। हमारा धंधा जैसा चल रहा है चलते रहना चाहिए। इसलिए तो एबीआई हमेशा लिखता है -इट हैपेंस ओनली इन उल्हासनगर।
हमाम में सब नंगे है। भ्रष्टाचारियों को चुनोगे तो बदहाली ही मिलेगी।