प्रकाश मुले

अकेला 

कालानी को-ऑपरेटिव हॉउसिंग सोसायटी लिमिटेड ने 28 अक्टूबर 2022 को उल्हासनगर महापालिका प्रशासन को पत्र लिखा कि उसे महापालिका के गार्डन पर कब्ज़ा करना है। तात्कालिक टाऊन प्लानर प्रकाश मुले ने मात्र चार दिन बाद 31 अक्टूबर 2022 को सोसायटी को लिखित में आदेश दे दिया कि आपका पत्र हमें मिला है और आप उक्त गार्डन पर कब्ज़ा कर सकते हैं। सोसायटी ने प्रकाश मुले के आदेश का पालन किया और महापालिका के गार्डन पर कब्ज़ा कर लिया। अब तो आप कहेंगे न कि – इट हैपेन्स ओनली इन उल्हासनगर। (It Happens Only In Ulhasnagar). 

कालानी को-ऑपरेटिव हॉउसिंग सोसायटी लिमिटेड (Kalani Co-operative Housing Society Limited) सीटीएस नंबर-23697, 31089, प्लॉट नंबर-1, सेक्शन- 2 ए, सीट नंबर-39, उल्हासनगर-4, जिला ठाणे में स्थित है। वर्ष 1970 में इस प्लॉट पर ग्राउंड प्लस थ्री मंजिल की इमारत निर्माण की इज़ाज़त उल्हासनगर महापालिका प्रशासन (Ulhasnagar Municipal Corporation) ने दी थी। इमारत बहुत पुरानी हो गई थी तो सोसायटी के सेक्रेटरी महेश टी. चंदनानी (Secretary Mahesh T. Chandnani) ने पुनर्विकास (Redevelopment) के लिए महापालिका में अर्जी दी। 2 मई 2022 को महापालिका प्रशासन ने 18 मंजिली इमारत बनाने की मंजूरी दे दी। मतलब प्लान पास कर दिया। कालानी इमारत 100 प्रतिशत अवैध है। (Kalani building is 100 percent pure illegal). 

राजेंद्रसिंह भुल्लर (महाराज)

उल्हासनगर शहर में कानूनन इमारत पुनर्विकास प्रक्रिया में 30 प्रतिशत चटाई क्षेत्र (F.S.I.) ही यूज की जा सकती है लेकिन महेश चंदनानी ने 50 प्रतिशत चटाई क्षेत्र यूज़ कर ली। इसके लिए ठाणे महानगर पालिका (Thane Municipal Corporation) का कानून उल्हासनगर महानगर पालिका में प्रयोग किया। यह महाराष्ट्र प्रादेशिक व नगर रचना अधिनियम 1966 की धारा 52, 53 और 54 का उल्लंघन है। 

इतना ही नहीं, महेश चंदनानी ने महापालिका में अर्जी दी कि उसकी इमारत से लगकर महापालिका का एक बगीचा है। उस पर कब्ज़ा करने की उसे इज़ाज़त दी जाये। सबको याद होगा कि उस वक्त महानगर पालिका में नगर रचनाकार के पद पर प्रकाश एम. मुले (Then Town Planner Prakash Mule) विराजमान था। सबको यह भी मालूम होगा कि प्रकाश मुले सबसे भ्रष्ट, बेइमान, शराबी, जुआरी और अय्याश अधिकारी था। महापालिका के बगीचे को अपने बाप की जागीर मानकर उसने महेश चंदनानी को उस पर कब्ज़ा करने की इज़ाज़त दे दी। यह इज़ाज़त उसने लिखित में दी। महेश चंदनानी ने महापालिका बगीचे पर कब्ज़ा करके उसे अपनी इमारत के अहाते में शामिल कर लिया। इससे सम्बंधित डॉक्युमेंट्स एबीआई (abinet.org) के पास मौजूद हैं। (All documents are available with ABI).

इतना बड़ा काण्ड हो जाए और महापालिका प्रशासन को मालूम न पड़े कैसे संभव है। प्रकाश मुले की जगह आये नए टाऊन प्लानर विवेक गौतम (New Town Planner Vivek Gautam) और सह-टाऊन प्लानर ललित खोब्रागडे (Lalit Khobragade) भी प्रकाश मुले के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। ऐसे मसलों में आर्किटेक्ट भूषण रूपानी (Architect Bhushan Rupani) की भी भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सबसे पहले इसका लाइसेंस रद्द कर जेल की हवा खिलानी चाहिए। आयुक्त अज़ीज़ शेख (UMC Commissioner Aziz Shaikh) आँख पर पट्टी बाँधकर और कान में तेल डालकर ड्यूटी पर आते हैं। मुख्यालय में उनके मातहत अधिकारी क्या-क्या गुल खिला रहे हैं उन्हें मालूम ही नहीं पड़ता। बेचारे बहुत भोले जो हैं। टाऊन प्लानर ने महापालिका का बगीचा बेच लिया उनको भनक तक नहीं लगी। 

शिवसेना पार्टी के शहर प्रमुख और वरिष्ठ नगरसेवक राजेंद्रसिंह भुल्लर ‘महाराज’ (Senior Most Councillor Rajendrasingh Bhullar alias Maharaj) ने 28 जून 2023 को महापालिका आयुक्त से शिकायत कर कालानी सोसायटी, महेश चंदनानी, विकासक (प्राइम कंसल्टेंट्स), प्रकाश मुले, आर्किटेक्ट  भूषण रूपानी पर कार्रवाई की मांग की है। भुल्लर महाराज की शिकायत के बाद मुख्यालय में थोड़ी सुगबुगाहट शुरू हुई है। 

स्पष्टीकरण : कालानी शब्द से शहरवासी कन्फ्यूज न हों कि इसका रिलेशन माफिया से राजनेता बने पप्पू कालानी से है। बस संयोग है कि सोसायटी का नाम कालानी है। हाँ, यह भी संयोग है कि कालानी सोसायटी ने काम ‘कालानी एन्ड फैमिली’ वाला ही किया है। 

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