दक्षिण मुंबई की पायधुनी पुलिस के पास कानून की दो किताबें हैं। एनसी की अलग, एफआईआर की अलग। यहां एक व्यक्ति ने हरा-भरा पुराना पेड़ आधा काट दिया। कुछ जागरूक लोग शिकायत लेकर पायधुनी पुलिस स्टेशन गए। पुलिस ने मेहरबानी करके एनसी दर्ज कर ली। व्यक्ति ने बाद में पूरा पेड़ समूल काट दिया। जागरूक लोग फिर शिकायत लेकर गए तो इस बार पायधुनी पुलिस ने बताया कि एफआईआर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में होती है। उन्हें भगा दिया।
बहुजन समाज पार्टी के दक्षिण मुंबई प्रभारी बी. के. पाठक ने पुलिस के आला अधिकारियों को लिखित शिकायत की है। शिकायत पत्र के अनुसार अमन मसालावाला 84-ए, मोहम्मद अली रोड, मस्जिद बंदर में अपनी दुकान का पुनर्निर्माण कर रहा है। उसकी दुकान के ठीक सामने एक पुराना आम का पेड़ था। इससे उसकी दुकान का लुक खराब हो रहा था। मसालावाला ने उक्त पेड़ को आधा काट दिया। इस पर कुछ लोग पायधुनी पुलिस स्टेशन गए। पुलिस ने अमन मसालावाला के खिलाफ एनसी दर्ज कर ली। पायधुनी पुलिस की इस हरकत से अमन मसालावाला का भय निकल गया। एक दिन उसने पूरा ही पेड़ काट दिया। पेड़ की जड़ निकालकर उसने वहां सीमेंटेड चबूतरा बना दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे वहां कभी पेड़ था ही नहीं। जागरूक लोग पुनः पायधुनी पुलिस स्टेशन गए। इस बार पायधुनी पुलिस ने बताया कि उनके अधिकार में सिर्फ एनसी दर्ज करना है। पायधुनी इलाका फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के मातहत आता है। इसलिए एफआईआर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट दर्ज करेगी। अथवा फॉरेस्ट डिपार्टमेंट का अधिकारी उनके यहाँ आये। उसकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज होगी।
अमन मसालावाला बिंदास अवैध निर्माण कर रहा है। ग्राउंड प्लस टू महले का निर्माण उसने कर लिया है। वो भी ज़मीन भी उसकी नहीं है। कुछ लोगों ने बृहन्मुम्बई महापालिका के बी-वार्ड में इसकी शिकायत की तो वार्ड अधिकारी ने अमन मसालावाला को नोटिस भी जारी कर दिया। वार्ड के गार्डन डिपार्टमेंट के अधिकारी सुजीत मांजरे ने शिकायतकर्ताओं को बताया कि उनकी शिकायत पायधुनी पुलिस को फॉरवर्ड कर दी गई है। अब जो एक्शन लेना होगा पायधुनी पुलिस लेगी। और इधर पायधुनी पुलिस कह रही है कि एक्शन फॉरेस्ट डिपार्टमेंट लेगा।
नोट- इस समाचार में कहीं भी नहीं लिखा है कि पायधुनी पुलिस और बीएमसी वार्ड ऑफिस ने खूब दबाकर पैसा खाया है। आप अपने हिसाब से कुछ भी सोच लें। कुछ दिन बाद बीएमसी और मुंबई पुलिस अधिकारी हरित मुंबई, स्वच्छ मुंबई का नारा देंगे। कुछ ऑफिसर पेड़ लगाते फोटो खिंचवाएंगे। उन्हें पर्यावरण की फिक्र जो रहती है।