मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ‘इसलिए’ तवज़्ज़ो नहीं देती ठाणे की वर्तकनगर पुलिस, न्याय पाने आठ महीने से पुलिस स्टेशन का चक्कर लगा रही है महिला !

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अकेला 

हिंदी में कहावत है कि घर की मुर्गी दाल बराबर। कोई साग बराबर भी कह देता है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) का गृहनगर ठाणे शहर है और वर्तकनगर पुलिस स्टेशन भी ठाणे शहर में पड़ता है। इसलिए वर्तकनगर पुलिस स्टेशन का वरिष्ठ निरीक्षक सदाशिव निकम (Senior Inspector of Vartak Nagar Police Station Sadashiv Nikam) मुख्यंत्री को घर की मुर्गी या साग बराबर समझता है। एक महिला को न्याय दिलाने के लिए मुख्यंत्री एकनाथ शिंदे ने खुद पुलिस उपायुक्त अमरसिंह जाधव (Deputy Commissioner of Police Amarsingh Jadhav) को फोन किया था। बावजूद इसके महिला आठ महीने से पुलिस स्टेशन का चक्कर लगा रही है। सदाशिव निकम और उप निरीक्षक सोनी शेट्टी (Sub-Inspector Soni Shetty) आरोपी मंजुनाथ शेट्टी को ही बचाने में लगे हैं। 

38 वर्षीय पीड़ित महिला एक कंपनी में ऑनलाइन एक्सक्यूटिव है और ठाणे के सावरकरनगर में रहती है। पिछले साल मैसेंजर के जरिये आरोपी मंजुनाथ सुन्दर शेट्टी (36) (Manjunath Sunder Shetty) ने महिला से दोस्ती की। धीरे-धीरे मंजुनाथ शेट्टी ने महिला को प्रेमजाल में फंसा लिया। मंजुनाथ शेट्टी महिला को उसके घर की, परिवार की, पति से विवाद की बातें बताने लगा। पूछने पर बताता कि एक तांत्रिक उसे यह सब बताता है। मंजुनाथ शेट्टी ने महिला से शादी का वादा भी किया। महिला को गुलाब जामुन बहुत पसंद है। एक दफा मंजुनाथ शेट्टी ने महिला को एक होटल में बुलाया और उसे गुलाब जामुन खाने को दिया। महिला बेहोश हो गयी। होश आने पर मंजुनाथ शेट्टी ने महिला को बताया कि उसने उसका निर्वस्त्र वीडियो बना लिया है। सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने की धमकी देकर मंजुनाथ शेट्टी ने महिला से कई बार में 7, 20,000 रुपये नकद और 1.38 किलोग्राम सोने के आभूषण ठग लिए। फिर शादी से इंकार कर दिया। महिला का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया। सदमे से उबरने के बाद महिला ने अपने परिवार को घटना की जानकारी दी।

यहां से शुरू होती है वर्तकनगर पुलिस की कहानी। महिला वर्तकनगर पुलिस स्टेशन मंजुनाथ शेट्टी के खिलाफ एफआईआर लिखाने गई। पुलिस ने उसे भगा दिया। तीन-चार बार वह पुलिस स्टेशन गई परन्तु उसकी एफआईआर नहीं लिखी। पुलिस महिला के साथ आरोपी जैसा व्यवहार करके भगा देती। भारतीय जनता पार्टी के नगरसेवक रमेश आंब्रे (BJP Corporator Ramesh Ambre) वरिष्ठ निरीक्षक सदाशिव निकम से मिले और महिला की एफआईआर लिखने का निवेदन किया। सदाशिव निकम ने नगरसेवक रमेश आंब्रे को भी भाव नहीं दिया। एफआईआर नहीं लिखी।

महिला फिर भारतीय जनता पार्टी के साउथ इंडियन सेल, कल्याण के अध्यक्ष सुनील शेट्टी (BJP South Indian Cell, Kalyan President Sunil Shetty) से मिली। सुनील शेट्टी महिला के पति और पिता को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिले। एकनाथ शिंदे ने पुलिस उपायुक्त अमरसिंह जाधव को फोन किया। महिला को न्याय देने का आदेश दिया। सदाशिव निकम पर इसका थोड़ा असर हुआ। अमरसिंह जाधव के फोन करने पर सदाशिव निकम ने 11 जनवरी 2023 को भादंसं की धारा 406 के तहत एफआईआर (नंबर- 0012/ 2023) दर्ज कर ली। उप निरीक्षक सोनी शेट्टी को जांच अधिकारी नियुक्त किया।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपायुक्त अमरसिंह जाधव के फोन कॉल के बाद भी सदाशिव निकम और सोनी शेट्टी ने एफआईआर ठीक से नहीं लिखी। प्रॉपर सेक्शंस नहीं लगाए। 1.38 किलोग्राम सोने की कीमत आज के बाजार भाव से 72 लाख रुपये होती है परन्तु पुलिस ने लिखा मात्र 15 लाख 82 हजार रुपये। सोनी शेट्टी ने अपना दिमाग लगाया और बताया कि सोना जब खरीदा गया था तब का रेट लिखा जाएगा। सुबह 10.30 बजे से एफआईआर लिखने की कवायद शुरू हुई और रात 9 बजे ख़त्म हुई। इस बीच महिला के 70 वर्षीय पिता को पुलिस स्टेशन में ही दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 

आरोपी मंजुनाथ शेट्टी ने बताया था कि वह क्रिकेट मैच पर सट्टेबाज़ी करता है। यह बात सबको मालूम है कि क्रिकेट बुकी, क्रिकेट पंटर, मटका संचालक, डांस बार संचालक और पुलिस के टर्म्स एन्ड कंडीशंड बहुत अच्छे होते हैं। मंजुनाथ शेट्टी को उसी दिन मालूम पड़ गया कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई। उसने महिला के पति को फोन कर तुरंत धमकी भी दे दी। परन्तु सोनी शेट्टी ने महिला को एफआईआर की कॉपी छः महीने बाद, 8 जून 2023 की रात 11 बजे दी।   

महिला चाहती है कि मंजुनाथ शेट्टी के खिलाफ भादंसं की धारा 420, 503, 328, 354, 384, 385, 386, 464, 465, 467, 34 और आईटी एक्ट की धारा 66 (डी) के तहत एफआईआर दर्ज हो। वह गिरफ्तार हो। इसके लिए महिला का पति और सुनील शेट्टी दो बार डीसीपी अमरसिंह जाधव वापस मिले। 10 से 15 बार पुलिस स्टेशन गए। लेकिन हर बार सोनी शेट्टी ने उन्हें अपमानित करके भगा दिया। मंजुनाथ शेट्टी मूलतः कर्नाटक राज्य के उड़िपी ज़िले के पेरदूर गांव का रहने वाला है। आदतन चीटर है। क्रिकेट पंटर है। और यह बात सोनी शेट्टी को मालूम है। शेट्टी-शेट्टी भाई-बहन।

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