सूदखोरों ने कपड़ा व्यापारी को किडनैप किया, मारा-पीटा, लूटा; कोलसेवाड़ी पुलिस कहती है पैसा तो देना ही पड़ेगा, नहीं तो तुम्हें ही 420 में अंदर कर देंगे

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अकेला

सूदखोरों से तंग उल्हासनगर के गिरीश चुग ने लोकल ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। सूदखोरों से ही आज़िज़ आकर उल्हासनगर के शहाड में रोहिणी अंसारी नामक महिला ने फिनायल पीकर आत्महत्या की कोशिश की। दोनों घटनाओं से कल्याण की कोलसेवाड़ी पुलिस (Kolsewadi Police Station in Kalyan, East) ने कोई सबक नहीं लिया। यहां एक कपड़ा व्यापारी का सूदखोरों ने अपहरण किया, पिटाई की, रुपये छीने, उसके कपड़े लूट लिए। व्यापारी जब कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन शिकायत करने गया तो पुलिस ने कहा तुम्हें तो पैसा देना ही पड़ेगा। नहीं तो तुम्हें ही धारा 420 में अंदर कर देंगे।

दिनेश तिवारी (Dinesh Tiwari) (50) कोलसेवाड़ी, कल्याण (पूर्व) में रहते हैं और यहीं पर फुटपाथ पर रेडीमेड कपड़ा बेचते हैं। सात दिसम्बर 2022 की दोपहर 2. 30 बजे उनकी दुकान पर एक महिला दो पुरुषों के साथ आई। उसने बताया कि तुम्हारे भाई कैलाश तिवारी (Kailash Tiwari) ने मुझसे रुपये उधार लिए थे। वो रुपये तुम्हें देने पड़ेंगे। दिनेश तिवारी (Dinesh Tiwari) कुछ बोल पाते कि महिला ने शोरगुल करना शुरू कर दिया। महिला बहुत पहले दिनेश तिवारी की दुकान पर काम करती थी। उसका नाम कुसुम (Kusum) है। कुसुम ने बोला कि चुपचाप ऑटो रिक्शा में बैठ नहीं तो तुझे यहीं पब्लिक में मारूंगी। दिनेश तिवारी रिक्शा में बैठ गए तो दोनों व्यक्तियों ने उनके धंधे के सभी कपड़े (कीमत लगभग 80 हजार रुपये) भी ऑटो रिक्शा में डाल लिए। 

दिनेश तिवारी को कुसुम खडगोलवली अपने घर लेकर गई। वहां उनकी पिटाई कर रुपये मंगाने को बोली। कुसुम ने किसी अप्पा को फोन किया और बताया कि मैंने दिनेश तिवारी को उठा लिया है। अपने रुपये वसूल लिए हैं। तुम भी अपने रुपये वसूल लो। थोड़ी देर में अप्पा भी वहां एक महिला के साथ आया। उसने दिनेश तिवारी की पिटाई कर उनकी जेब से रुपये (लगभग 15 हजार) निकाल लिए। फिर अप्पा ऑटो रिक्शा में डालकर दिनेश तिवारी को भाष्कर नगर, अम्बरनाथ ले गया। वहां भी दिनेश तिवारी की पिटाई कर और रुपये मंगाने को बोला। 

इस बीच दिनेश तिवारी के बेटे को पता चला कि उनके पिता का कुसुम/अप्पा ने अपहरण कर लिया है। वह कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन गया। वहां से उप निरीक्षक स्वप्निल चौरे (Sub Inspector Swapnil Chaure) ने अप्पा को दिनेश तिवारी को छोड़ने को कहा। चौरे का फोन आ जाने पर अप्पा दिनेश तिवारी को लेकर अम्बरनाथ पुलिस स्टेशन गया। वहां किसी मामले में फंसाने की साजिश कर रहा था लेकिन अम्बरनाथ पुलिस ने उसे कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन भेज दिया। दिनेश तिवारी की शिकायत पर रात आठ बजे स्वप्निल चौरे ने कुसुम के खिलाफ एनसी (क्रमांक- 3264/2022- धारा 323, 504) दर्ज की। 

स्टोरी अब स्टार्ट होती है। कुसुम, अप्पा सहित सारे आरोपी कोलसेवाड़ी में ही रहनेवाले एक पुलिस दलाल के साथ पुलिस स्टेशन पहुँच गए। दलाल से गुफ्तगू करते ही मामले ने टर्न ले लिया। स्वप्निल चौरे (Swapnil Chaure) और हवलदार भागवत खेड़कर (Police Havaldar Bhagwat Khedkar) तुरंत समझ गए कि दिनेश तिवारी ने चीटिंग की है। स्वप्निल चौरे और भागवत खेड़कर ने दिनेश तिवारी को धमकाया कि तुमने पैसा लिया है तो ये लोग वापस लेने के लिए कुछ न कुछ तो करेंगे। मसलन अपहरण कर सकते हैं। इन शरीफ लोगों का पैसा वापस कर दो नहीं तो तुम्हें ही धारा 420 में अंदर कर देंगे। स्वप्निल चौरे ने दिनेश तिवारी को पुलिस स्टेशन से भगा दिया। 

दिनेश तिवारी ने 10 दिसम्बर 2022 और 17 जनवरी 2023 को स्वप्निल चौरे, भागवत खेड़कर और कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत कर दी। शिकायत का कुछ असर नहीं हुआ तो दिनेश तिवारी 23 जनवरी 2023 को पुलिस आयुक्त कार्यालय, ठाणे के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए। फिर हलचल हुई। पुलिस मुख्यालय ने कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन को दिनेश तिवारी की एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस मुख्यालय की सलाह पर दिनेश तिवारी कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन आये। स्वप्निल चौरे ने दिनेश तिवारी को बताया कि ऐसे कितने फोन आते रहते हैं। कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन को कोई फर्क नहीं पड़ता। ये तो पुलिस हेडक्वॉर्टर का फोन था। होम मिनिस्ट्री या चीफ मिनिस्ट्री से भी फोन आएगा तो भी तुम्हारी एफआईआर नहीं दर्ज होगी। जा। 

…… और आज तक कोलसेवाड़ी पुलिस ने दिनेश तिवारी की एफआईआर दर्ज नहीं की।

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