कांतिलाल कोथिम्बीर अपने मित्र गिन्नी के साथ प्रसन्न मुद्रा में

अकेला 

कांतिलाल दादाराम कोथिम्बीर (Kantilal Kothimbire, Senior Inspector of Mulund Police Station) बोले तो मुंबई पुलिस के टॉप-10 भ्रष्ट अधिकारियों में से एक। जिस दिन कांतिलाल कोथिम्बीर मुलुंड पुलिस स्टेशन का चार्ज ले रहा था तब मैंने भाजपा नेता बिरजू मूंदड़ा (BJP Leader Birju Mundada) और कांग्रेस नेता सुनील गंगवानी (Congress Leader Sunil Gangwani) को बताया था कि यह मुलुंड में इतनी गंध फैलाएगा कि एसीबी इसे ट्रैप करेगी अथवा मुलुंड की जनता इसे मार-मार कर भगाएगी। इसकी शुरुआत हो गई है। मुलुंड के एक नामचीन गुंडे बलबीरसिंह बलदेवसिंह लाम्बा उर्फ़ गिन्नी (Balbirsingh Lamba alias Ginni) ने यहां एक 73 वर्षीय हरिश्चंद्र ताराचंद जियन्दाणी (Harishchandra Jiandani) के बंद घर पर कब्ज़ा कर लिया है लेकिन कांतिलाल कोथिम्बीर ने सिर्फ एनसी दर्ज की और वह भी अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ।   

हरिश्चंद्र जियन्दाणी मलबार हिल रोड, मुलुंड कॉलोनी, मुलुंड (पश्चिम) में रहते हैं। गिन्नी भी वहीं पास में रहता है। जियन्दाणी का एक दूसरा घर भी वहीं पर है। जर्जर है और बंद पड़ा है। 750 वर्ग फुट और तकरीबन एक करोड़ रुपये कीमत के इस घर पर गिन्नी की नज़र पड़ गई। सबसे पहले तो गिन्नी ने जियन्दाणी और उनकी पत्नी को इतना परेशान किया कि उन्होंने उस घर पर आना बंद कर दिया। 19 दिसम्बर 2022 की रात गिन्नी ने दरवाज़ा, खिड़की, ग्रिल तोड़कर घर पर कब्ज़ा कर लिया। जियन्दाणी मुलुंड पुलिस स्टेशन शिकायत करने गए तो बमुश्किल पुलिस ने एनसी दर्ज कर ली। वह भी अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ।

मुलुंड पुलिस के इस रवैये से क्षुब्ध जियन्दाणी परिमंडल-7 के पुलिस उपायुक्त पुरुषोत्तम कराड (DCP Zone 7, Purushottam Karad) से मिले। पुरुषोत्तम कराड ने कांतिलाल कोथिम्बीर (Kantilal Kothimbire) को झापा। पुरुषोत्तम कराड ने गिन्नी के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज करने, एमपीडीए (The Maharashtra Prevention of Dangerous activities of Slumlords, Bootleggers, Drug-Offenders, Dangerous Persons and Video Pirates Act-1981) लगाने और तुरंत गिरफ्तार करने का आदेश दिया। तब 22 दिसम्बर 2022 को मुलुंड पुलिस ने गिन्नी के खिलाफ भादंसं की धारा 452, 427, 504 और 506 के तहत एफआईआर (संख्या- 900/2022) दर्ज की। फिर भी एमपीडीए नहीं लगाया। गिरफ्तार नहीं किया। गिरफ्तार करने की कोशिश की नौटंकी खूब की। हालात ये हैं कि गिन्नी मुलुंड में खुल्ला घूम रहा है। घर के पास चौक पर खड़ा रहकर सबसे मस्ती करता है जिससे लगे कि वह मुलुंड पुलिस से नहीं डरता। एक बार तो वह पुलिस स्टेशन भी गया था।

गिन्नी नाम से मशहूर बलबीरसिंह बलदेवसिंह लाम्बा मुलुंड का पेशेवर गुंडा है। हफ्ता उगाही, लोगों की प्रॉपर्टी कब्ज़ा करना, दो लोगों के बीच के विवाद को सेटल कराके कमाई करना और मुलुंड स्टेशन की दलाली ही उसकी रोज़ी-रोटी है। उसके खिलाफ बहुत सारे मामले दर्ज हैं। उसे तीन बार मुलुंड से तड़ीपार करने का आदेश हुआ है। तीनों बार उसने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के नेताओं की बदौलत तड़ीपारी कैंसल करवा ली। गिन्नी के एक दोस्त ने एबीआई (Akela Bureau of Investigation) को बताया कि जियन्दाणी के मैटर में उसने कांतिलाल कोथिम्बीर से पांच लाख रुपये में सौदा किया है। उसने एक लाख रुपये टोकन भी दे दिया है। बाकी चार लाख कब्ज़ा पूरा मिल जाने के बाद। गिन्नी और कांतिलाल कोथिम्बीर की अच्छी छनती है (फोटो देखें)। लेन-देन का व्यवहार भी है। कांतिलाल कोथिम्बीर में बहुत सी खराबियां हैं लेकिन एक बात उसकी बहुत अच्छी है कि क्रिमिनल्स, गुंडे, मवाली, चोर, उचक्कों से यह मित्रवत व्यवहार रखता है। सॉफ्ट रहता है। कांतिलाल कोथिम्बीर में एक बात और है कि यह एक और बड़े भ्रष्ट अधिकारी इंस्पेक्टर राजकुमार कोथमिरे (Most Corrupt officer Rajkumar Kothmire) का रिश्ते में भाई लगता है। 

पुलिस विभाग में चर्चा है कि मुंबई पुलिस में पूर्व प्रादेशिक विभाग (East Region of Mumbai Police) के अतिरिक्त आयुक्त रहे लखमी गौतम (Additional Commissioner of Police Lakhmi Gautam) ने कांतिलाल कोथिम्बीर के सर्विस रिकॉर्ड में नोट डाउन कर दिया है कि कांतिलाल कोथिम्बीर को कभी क्रीम पोस्ट न दिया जाए। मसलन पुलिस स्टेशन में पोस्टिंग न दी जाए। तब कांतिलाल कोथिम्बीर घाटकोपर पुलिस स्टेशन में कार्यरत था। उसके अन प्रोफेशनल बिहैव और भ्रष्टाचार की शिकायतों से लखमी गौतम कंटाल गए थे।

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