ज्योति यलप्पा आसंगी

अकेला 

अम्बरनाथ के जिया’स हॉस्पिटल (Jiya’s multi speciality and maternity hospital, Ambarnath) में एक महिला मरीज की हत्या कर दी गई है। महिला पीठ दर्द के इलाज़ में फिजिओथेरेपी लेने अस्पताल गई थी जहां उसकी मौत हो गई। फौरी तौर पर मौत की वजह सिर में चोट बताई जा रही है। इस साजिश में उल्हासनगर का मैक्सलाइफ हॉस्पिटल भी शामिल है। (Woman patient killed in Jiya’s hospital at Ambernath). 

महिला मरीज़ ज्योति यलप्पा आसंगी (Jyoti Yalappa Asangi) महाराष्ट्र राज्य विद्युत महामण्डल (M.S.E.B.) में क्लर्क के पद कार्यरत थीं। वे 53 वर्ष की थीं। वह सिद्धिविनायक नगर, अम्बरनाथ (पूर्व) में रहती थीं। ज्योति को पीठ दर्द की वजह से 5 नवम्बर 2022 को अम्बरनाथ (पश्चिम) के जिया’स मल्टी स्पेशियल्टी एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉ. उन्नति दयारामाणी (Dr Unnati Dayaramani) ने कुछ दवाइयां (Volini Maxx Spray) लिखीं। सात से दस दिन आराम और 10 से 15 दिन फिजिओथेरेपी कराने की सलाह दी। 6 और 7 नवम्बर को अस्पताल में जाकर ज्योति ने फिजिओथेरेपी (Physiotherapy) कराई। तीसरे दिन यानि 8 नवम्बर की सुबह 10.30 बजे वह पुनः फिजिओथेरेपी कराने हॉस्पिटल गई थीं। दोपहर 12.30 बजे हॉस्पिटल के स्टाफ ने ज्योति के ही मोबाइल से ज्योति के पुत्र सचिन आसंगी (Sachin Asangi) को फोन कर बताया कि तुम्हारी मां सीरियस है। हॉस्पिटल जल्दी आ जाओ। सचिन आसंगी तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे तो देखा कि ज्योति को साधारण एम्बुलेंस में डाल दिया गया है। उन्हें उल्हासनगर के मैक्सलाइफ हॉस्पिटल : न्यूरो क्रिटीकेयर एंड रिसर्च सेंटर (MAXLIFE HOSPITAL: Neurocriticare & Research center) ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने ज्योति को भर्ती कर लिया। बाद में डॉक्टर ने ज्योति को मृत घोषित कर दिया। सेन्ट्रल हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में ज्योति की मौत सिर में चोट लगने की वजह (Cause of death due to head injury) बताई गई।

फिजिओथेरेपी कराने गई मां की मौत सिर में चोट लगने से होने पर सचिन आसंगी अम्बरनाथ पुलिस स्टेशन (Ambernath Police Station) शिकायत करने गए। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक आर. के. कोते (Senior Inspector of Police R. K. Kote) ने उदारवादी और सह्रदय इंसान का परिचय देते हुए सचिन आसंगी को वापस भेज दिया। कोते ने सचिन से कहा कि अभी तुम्हारी मां की मौत हुई है। तुम लोग बहुत सदमे में होंगे। पहले जाओ मां का अंतिम संस्कार कर लो। फिर आना तुम्हारी शिकायत ले लेंगे। अंतिम संस्कार के बाद सचिन आसंगी शिकायत करने अम्बरनाथ पुलिस स्टेशन गए। तब आर. के. कोते ने अपना पुलिसिया परिचय दिया। कोते ने सचिन की ही क्लास ले ली। कोते बोले हमारा स्टाफ तुमको फोन करता रहा तुम शिकायत करने आये ही नहीं। 15 दिन बीत जाने पर भी कोते ने सचिन की एफआईआर दर्ज नहीं की है। 

सचिन आसंगी ने 21 नवम्बर 2022 को अम्बरनाथ पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत कर जिया’स और मैक्सलाइफ  हॉस्पिटल के खिलाफ भादंसं-1860 की धारा 304, 120 (बी) और 34 के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। हालाँकि ज्योति आसंगी की मौत सिर में चोट लगने की वजह से हुई है। यह हत्या का खुला केस है। मैक्सलाइफ हॉस्पिटल भी उल्हासनगर का बदनाम हॉस्पिटल है।

आर. के. कोते

अम्बरनाथ सिटिज़न फोरम (Ambernath Citizen Forum) के अध्यक्ष सत्यजीत बर्मन (Satyajit Burman) का कहना है कि इस केस पर उनकी नज़र है। वे जल्द ही जिया’स और मैक्सलाइफ हॉस्पिटल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने और आर. के. कोते के निलंबन (Suspension of R.K. Kote) की शिकायत करने वाले हैं। जरूरत पड़ी तो बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) और महाराष्ट्र मेडिकल कॉउन्सिल (Maharashtra Medical Council) में पिटीशन भी करेंगे। 

3.9 15 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments